पानी करना चाहते हैं गाढ़ा ! तो ऐसे खाओ सिंघाड़ा : Singhare ke fayde in hindi

Singhara khane ke fayde


सिंघाड़ा खाना किसे नहीं पसंद है। बच्चे बूढ़े और जवान चाहे वह महिला हो या पुरुष सभी को सिंघाड़ा खाना अच्छा लगता है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि आयुर्वेद के अनुसार सिंघाड़े को 100 रोगों की दवा माना गया है। यही कारण है कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही सिंघाड़े का निरंतर प्रयोग वैद्य ऋषि-मुनियों द्वारा किया जाता रहा है।


सिंघाड़े के पोषक तत्व :

इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और बहुत से अन्य मिनरल्स पाए जाते है। जो लगभग हर प्रकार के रोगों से लड़ने में शरीर की मदद करता है।

यह ताजा और सूखा दोनों ही रूपों में अत्यंत ही गुणकारी है। मर्दाना कमजोरी हो या कोई और शारीरिक रोग इन सभी को सिंघाड़ा बड़ी आसानी से दूर करता है।


सिंघाड़ा किसके लिए लाभकारी है ?

वैसे तो महिला पुरुष दोनों के लिए ही सिंघाड़ा समान रूप से गुणकारी है किंतु पुरुषों को इसके लाभ अधिक मिलते हैं।

अगर बात की जाए पुरुषों की यौन दुर्बलता की तो सिंघाड़ा पुरुषों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

बिंदुवार तरीके से समझते हैं सिंघाड़ा के क्या लाभ हैं

  • सिंघाड़े करे पुरुषों की यौन दुर्बलता दूर

जो पुरुष लंबे समय से यौन दुर्बलता से ग्रस्त है या लंबी बीमारी के कारण शारीरिक रूप से अत्यंत दुर्बल हो गए हैं उनके लिए सिंघाड़े का प्रयोग किसी वरदान से कम नहीं है।

इस प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए ताजा सिंघाड़े का प्रयोग करना सबसे उत्तम माना गया है। सिंघाड़े को उबालकर या कच्चा भी प्रयोग कर सकते हैं।

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ताजा सिंघाड़ा नहीं मिल रहा है तो बाजार से शुद्ध सिंघाड़े का आटा भी प्रयोग कर सकते हैं। सिंघाड़े के आटे के प्रयोग करके आप सिंघाड़े का देसी घी में हलवा बनाकर इसका प्रयोग कर सकते हैं।

इस प्रयोग को करने से वीर्य का पतलापन दूर होता है और पुरुषों के जननांग पुष्ट होते हैं जिससे उनकी काम शक्ति में इजाफा होता है।

इस नुस्खे का प्रयोग करने से महिलाओं में भी काम इच्छा की वृद्धि होती है।

  • सिंघाड़ा करे बवासीर की समस्या को दूर

ऐसा देखा गया है कि जो व्यक्ति लंबे समय से कब्ज आदि समस्याओं से परेशान रहते हैं वह अक्सर बवासीर रोग से ग्रसित हो जाते हैं।

यदि इस समस्या के शुरू होते ही आप सिंघाड़े का निरंतर सेवन करना शुरू कर देते हैं तो कुछ समय बाद आपको बवासीर की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

सिंघाड़े में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है इसलिए या कब्ज को भी नहीं पैदा होने देता है। कब्ज से बचाव करके सिंघाड़ा आपको कई अन्य बीमारियों से भी बचा लेता है।

  • सिंघाड़े करे दांतो और हड्डियों को मजबूत

दोस्तों सिंघाड़े में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है बच्चों की शारीरिक वृद्धि और हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद है।

सिंघाड़े के निरंतर सेवन से हड्डियों के घनत्व में वृद्धि होती हैं और हड्डियां मजबूत बन जाती हैं।

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जिन महिलाओं को अक्सर कमर दर्द आदि की समस्या बनी रहती है वह भी यदि सिंघाड़े का नियमित प्रयोग करती हैं तो उनकी कमर दर्द की समस्या धीरे-धीरे दूर हो जाती है।

  • सिंघाड़ा करे अस्थमा की समस्या दूर

एक शोध के अनुसार सिंघाड़े में अस्थमा को दूर करने के तत्व भी पाए जाते हैं। यदि आप इलाज के साथ चिकित्सक के परामर्श से सिंघाड़े का प्रयोग करते हैं तो अस्थमा की समस्या से जल्द निजात पाई जा सकती है।

  • सिंघाड़ा करे रक्त विकार को दूर

सिंघाड़े के औषधीय गुणों के कारण इसका प्रयोग रक्त विकार को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। कुछ जानकारों के मुताबिक सिंघाड़े का प्रयोग करने से रक्त विकार और मूत्र विकार ही ठीक हो जाते हैं।

  • सिंघाड़ा से करें डी हाइड्रेशन का इलाज

अक्सर देखा गया है लोगों को गर्मियों में लू लग जाने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। इसके अलावा किसी व्रत आदि को रखने से भी शरीर में पानी की कमी हो जाती है।

ऐसी समस्या में यदि सिंघाड़े का प्रयोग किया जाता है तो डी हाइड्रेशन से बचा जा सकता है।

  • सिंघाड़ा बचाए थायराइड के रोगों से

सिंघाड़े में आयोडीन की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है जिसके कारण या गली की हर समस्या के लिए फायदेमंद होता है।

आयोडीन की अच्छी मात्रा होने के कारण सिंघाड़ा थायरोक्सिन हार्मोन को संतुलित करता है और आपको थायराइड की हर समस्या से बचाता है।

  • सिंघाड़ा बचाए त्वचा की हर समस्या से

कील मुहांसों की समस्या हो या दाग धब्बों की समस्या, सिंघाड़ा हर प्रकार की समस्या को दूर करता है। सिंघाड़े में पाए जाने वाले एंटी एजिंग एलिमेंट्स और मिनरल्स त्वचा की हेल्थ को बूस्ट करते हैं।

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इसके अलावा सिंघाड़े में कई प्रकार के ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा की गंदगी और टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

यही कारण है कि सिंघाड़े का प्रयोग करने से त्वचा की हर प्रकार की समस्या जैसे मुंहासे दाग धब्बे आदि दूर हो जाते हैं।

  • वजन घटाने में सिंघाड़े का प्रयोग

दोस्तों सिंघाड़े में इतने सारे पोषक तत्व होने के बावजूद यह है यह एक लो कैलोरी फूड है। सिंघाड़े का सेवन करने से पेट भरा भरा सा लगता है और भूख जल्द नही लगती है।

यही कारण है कि सिंघाड़े का सेवन करने से आप अतिरिक्त कैलोरी कंज्यूम करने से बच जाते हैं। इस प्रकार आपके वजन में कमी आती है।

  • सिंघाड़ा रखे आपको गंभीर रोगों से कोसों दूर

जी हां दोस्तों सिंघाड़े में में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व जैसे कि फेलुरिक एसिड, गैलेट, केटेचिन आदि खून को साफ करते हैं और फ्री रेडिकल्स से होने वाले प्रभाव को भी दूर करते हैं।

यही कारण है कि हमारा शरीर कई रोगों से लड़ने में सक्षम हो जाता है।

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सिंघाड़े के सेवन में सावधानियां:

  1. जरूरत से अधिक मात्रा में सिंघाड़े का प्रयोग करने से पेट में दर्द हो सकता है।
  2. सिंघाड़ा हमेशा घर में ही उबालकर प्रयोग करें।
  3. बाजार में खुला हुआ सिंघाड़ा धूल मिट्टी और बैक्टीरिया आदि से युक्त हो सकता है।
  4. बाजार से खरीदा गया सिंघाड़े का आटा मिलावटी हो सकता है। बेहतर यही होगा कि आप इसे घर में तैयार करें।
  5. भोजन के तुरंत बाद सिंघाड़ा खाने से बचें।
  6. सिंघाड़े का पूरा लाभ लेने के लिए इसमें नमक का प्रयोग न करें।
  7. सिंघाड़े का हलवा हो सके तो देसी घी में ही बनाएं।
  8. सर्दी खांसी में सिंघाड़े का प्रयोग करने से बचें।
  9. दस्त की समस्या में सिंघाड़े का प्रयोग ना करें।
  10. बाजार से लाए गए कच्चे सिंघाड़े के कांटों को सावधानीपूर्वक निकल दें।

Disclaimer: यहां पर दी गई समस्त जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है। इलाज के तौर पर इसका प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य परामर्श कर लें। धन्यवाद।

Ashok Kumar

हैलो दोस्तों, मेरा नाम अशोक कुमार है। मैं www.aushadhiauryog.com का फाउंडर हूं। मैं उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ जिले से हूं। मैंने अपनी स्कूली शिक्षा आपने होम टाउन से ग्रहण की और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद ब्लॉगिंग में करियर की शुरुआत सन 2015 से की है। साथ ही साथ मैं यूट्यूब पर भी विडियोज बनाता हूं। मुझे आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा का ज्ञान आप सभी के साथ शेयर करना बहुत पसंद है। कृपया आप सभी हमारे परिवार का हिस्सा बनें और औषधि और योग की धरोहर को आगे बढ़ाने में हमारा सहयोग करें। धन्यवाद।

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