डेंगू के लक्षण और इलाज: डेंगू के खतरों को समझें और रोकें- dengue ke lakshan in hindi

डेंगू एक जानलेवा  स्वास्थ्य समस्या है जिसका पता न केवल उसके लक्षणों से होता है, बल्कि उसका सही इलाज करना भी जरूरी है। इस लेख में हम डेंगू के लक्षण और उसके इलाज के बारे में चर्चा करेंगे, ताकि आप डेंगू के खतरों को समझ सकें और इसे रोकने के उपाय जान सकें-


dengue ke lakshan in hindi

डेंगू क्या है what is dengue?

डेंगू एक मच्छरों के काटने से फैलने वाला वायरस है। यह वायरस एडीज मॉस्किटो के काटने के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुँच सकता है। डेंगू का प्रमुख लक्षण है बुखार, जिसे डेंगू बुखार के नाम से जाना जाता है। समय रहते यदि इसका इलाज न किया जाये तो कभी कभी यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।


डेंगू के लक्षण - dengue symptoms in hindi

डेंगू के लक्षण अक्सर बुखार के साथ होते हैं, लेकिन यह बुखार अचानक तेजी से बढ़ता है और तेजी से गिर जाता है। कई बार शुरुआती दिनों में ये लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, इसलिए खासकर बरसात के मौसम में होने वाले बुखार को बिल्कुल भी नजरंदाज न करें। डेंगू के कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं-


1. बार-बार चढ़ने उतरने वाला बुखार

*डेंगू बुखार का मुख्य लक्षण होता है जिसमें तेजी से तापमान बढ़ता है। बुखार के साथ शरीर में दर्द और थकान भी होती है। कई बार रोगी की स्थिति दिन में तो सामान्य दिखाई पड़ती है किन्तु जैसे ही रात होती है बुखार भी बढ़ने लगता है। ऐसे लक्षण कई दिनों तक रोगी में देखे जा सकते हैं।


2. डेंगू बुखार में शरीर दर्द

*डेंगू के साथ शरीर में तेजी से दर्द होता है, जिसे "डेंगू का दर्द" कहा जाता है। यह दर्द हड्डियों और मांसपेशियों में होता है। यही कारण है कि डेंगू का बुखार शरीर को तोड़ के रख देता है और रोगी को अपने शरीर में बहुत कमजोरी महसूस होती है।*


3. डेंगू बुखार में चक्कर और उलटी आने की समस्या

डेंगू के रोगी को चक्कर आने और उलटी की समस्या हो सकती है। लगातार बुखार के कारण रोगी को भोजन बेस्वाद लगता है, जिसके कारण वह पूरा आहार नहीं ग्रहण कर पता और उसके शरीर में कमजोरी आ जाती है। यही कारण है कि रोगी को चक्कर आने और उलटी की समस्या होने लगती है।


4. डेंगू के कुछ अन्य लक्षण - dengue ke lakshan in hindi

*डेंगू के कुछ मामूली मामूली लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे कि सर्दी, खांसी, नाक बंद होना, और आंखों में लाल पत्तियों का दिखना आदि। इन लक्षणों को भी बिलकुल इग्नोर न करें और अपने चिकित्सक से परामर्श अवस्य लें।*

डेंगू का इलाज -  dengue ka ilaaj 

डेंगू का इलाज समय पर किया जाए तो इसकी स्थिति सुधार सकती है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं-


1. पर्याप्त आराम और शरीर को तरल पदार्थ की आपूर्ति

डेंगू बुखार के दौरान पर्याप्त आराम और शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी होता है। बार बार उलटी होने की वजह से शरीर का काफी तरल बाहर निकल जाता है। इसलिए जूस और उबालकर ठंडा किया पानी पीते रहने की जरुरत होती है। अगर रोगी को अभी तुरंत उलटी हुई है तो थोड़ी देर बाद ही जूस या पानी दें।


2. डेंगू  का आयुर्वेदिक इलाज - dengue ka ayurvedic ilaaj

एक व्यस्क व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स की सामान्य मात्र 150,000 से 450,000/microliter होती हैं। ऐसा देखा गया है कि डेंगू के मरीज को low platelets (150,000 से कम) की समस्या भी हो जाती है। ऐसे में यदि बकरी के दूध के साथ अगर पपीते की पत्तियों का रस मरीज को दिया जाये तो मरीज की हालत में सुधर देखने को मिलता है। कीवी फल के सेवन से भी प्लेटलेट्स को बढाया जा सकता है, किन्तु अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। 

3. दवाइयाँ और उपचार - dengue medicines

डेंगू के इलाज के लिए बुखार को कम करने के लिए पेरासिटामोल या टयलेनोल जैसी दवाओं का प्रयोग किया जाता है, परन्तु इस मामले में आप डॉक्टर की सलाह लेकर ही इलाज को शुरू करें, क्योंकि कई बार रक्त जांच blood test की आवश्यकता भी पड़ सकती है। डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाइयाँ और उपचार शुरू करें।


4. डेंगू  से  बचाव के उपाय - dengue se bachne ke upay

डेंगू के बचाव के लिए मच्छरों के काटने से बचने के लिए मॉस्किटो नेट और मॉस्किटो रिपेलेंट का उपयोग करें। अपने आस पास की जगह को साफ़ सुथरा रक्खें, गड्ढे नालियों छतों पर पानी न जमा होने दें और समय समय पर कूलर के पानी को बदलते रहें। शाम को यदि बहार जा रहें हैं तो Mosquito Replent (Buy on Amazon ) का इस्तेमाल करें। जहाँ गन्दा पानी जमा हो वह केरोसीन आयल डाल दें।


5. डेंगू के खतरों को समझें - risk of dengue fever

डेंगू के खतरों को समझना और जागरूक रहना महत्वपूर्ण है। डेंगू से निपटने के लिए सरकार भी समय समय पर अलर्ट जरी करती रहती हैं। आप नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जाकर भी इस विषय में पूरी जानकारी एकत्र कर सकते हैं। यदि डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो जल्दी ही डॉक्टर की सलाह लें और उचित इलाज कराएं।


डेंगू से बचाव और जागरूकता - dengue awareness

डेंगू के खिलाफ सबसे बड़ा खिलाड़ी हम सभी हो सकते हैं, अगर हम अपने आस-पास के माहौल को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखते हैं और मच्छरों के काटने से बचाव के उपाय अपनाते हैं। इस तरह, हम डेंगू जैसी बीमारी के खतरों को कम कर सकते हैं और हमारे समुदाय को स्वस्थ रख सकते हैं।


डेंगू के लक्षणों को समझना और इसके इलाज के तरीकों को जानना महत्वपूर्ण है। इसे अनदेखा न करें और खुद और अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।


Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है और डेंगू या किसी अन्य रोग के इलाज के लिए विशेषज्ञ की सलाह का प्रतिस्थापन नहीं करता है। उचित सुझाव के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।


 

Ashok Kumar

हैलो दोस्तों, मेरा नाम अशोक कुमार है। मैं www.aushadhiauryog.com का फाउंडर हूं। मैं उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ जिले से हूं। मैंने अपनी स्कूली शिक्षा आपने होम टाउन से ग्रहण की और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद ब्लॉगिंग में करियर की शुरुआत सन 2015 से की है। साथ ही साथ मैं यूट्यूब पर भी विडियोज बनाता हूं। मुझे आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा का ज्ञान आप सभी के साथ शेयर करना बहुत पसंद है। कृपया आप सभी हमारे परिवार का हिस्सा बनें और औषधि और योग की धरोहर को आगे बढ़ाने में हमारा सहयोग करें। धन्यवाद।

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